अमेठी। औषधि विभाग में लिपिक पद पर कार्यरत संजय कुमार का स्थानांतरण जून 2025 में जनपद बलरामपुर के लिए किया जा चुका है, इसके बावजूद वे अब तक जनपद अमेठी में ही डटे हुए हैं। उन पर व्यापारियों से पैसे की मांग कर भ्रष्टाचार करने, और स्थानांतरण रुकवाने के लिए दबाव बनाने जैसे गंभीर आरोप लग रहे हैं।

प्राप्त जानकारी के अनुसार, संजय कुमार पिछले छह वर्षों से अधिक समय से अमेठी में कार्यरत हैं। स्थानीय सूत्रों के अनुसार, विभाग के अंदर और बाहर उनके खिलाफ भ्रष्टाचार की कई शिकायतें उच्च अधिकारियों तक पहुंच चुकी हैं। यह भी आरोप लगाया गया है कि वह अमेठी के एक मेडिकल स्टोर – जय हिन्द मेडिकल स्टोर, दुर्गापुर बाजार – को अवैध रूप से पुनः संचालित कराने का प्रयास कर रहे हैं।
एक शिकायतकर्ता ने बताया कि उसी की शिकायत पर औषधि अनुज्ञापन प्राधिकारी द्वारा मेडिकल स्टोर के क्षेत्रफल की पुनः जांच कराई गई थी, जिसमें अनियमितता पाई गई और लाइसेंस निरस्त कर दिया गया। बावजूद इसके, संजय कुमार द्वारा कथित रूप से लाखों रुपये लेकर उक्त स्टोर को फिर से शुरू कराने का प्रयास जारी है।

यह भी उल्लेखनीय है कि लिपिक संजय कुमार जनपद अमेठी के मूल निवासी हैं, और यह संदेह जताया जा रहा है कि उन्होंने अमेठी में रहते हुए आर्थिक लाभ अर्जित किया है, जिससे वह अपने स्थानांतरण को रोकने की कोशिश कर रहे हैं।
जनता एवं स्थानीय व्यापारियों ने प्रशासन से मांग की है कि संजय कुमार को तत्काल प्रभाव से अमेठी से कार्यमुक्त कर बलरामपुर में योगदान लेने हेतु बाध्य किया जाए और पूरे मामले की विभागीय जांच कराई जाए।
