उत्तर प्रदेश के हाथरस जिले में एंटी करप्शन टीम ने एक बड़ी कार्रवाई करते हुए नगर पालिका के सेनेटरी इंस्पेक्टर महेश कुमार को 50 हजार रुपए की रिश्वत लेते हुए रंगे हाथ गिरफ्तार किया। नगर पालिका में तैनात घूसखोर चीफ सेनेटरी इंस्पेक्टर को अलीगढ़ से आई एंटी करप्शन टीम ने पकड़ा।नगर पालिका के एक ठेकेदार ने शिकायत की थी कि सेनेटरी इंस्पेक्टर डोर टू डोर कूड़ा कलेक्शन के ठेके के भुगतान के लिए 50 हजार रुपए की रिश्वत की मांग कर रहा है।ठेकेदार ने इंस्पेक्टर को चाय की दुकान पर बुलाया रिश्वत लेते ही एंटी करप्शन की टीम पकड़ा लिया।
आपको बता दे कि हाथरस नगर पालिका में सेनेटरी इंस्पेक्टर के पद पर तैनात महेश कुमार के खिलाफ एक ठेकदार ने शिकायत की थी कि वह कूड़ा क्लेशन के भुगतान के नाम पर रिश्वत मांग रहा है।शिकायत मिलने के बाद एंटी करप्शन टीम ने जाल बिछाया और योजना के तहत ठेकेदार ने सेनेटरी इंस्पेक्टर को नगर पालिका के गेट के बाहर ओवर ब्रिज के नीचे स्थित एक चाय की दुकान पर बुलाया। जैसे ही ठेकेदार ने इंस्पेक्टर को 500-500 के नोटों की 50 हजार की गड्डी थमाई। एंटी करप्शन टीम ने रंगे हाथ सेनेटरी इंस्पेक्टर को दबोच लिया।
एंटी करप्शन की टीम आरोपी सेनेटरी इंस्पेक्टर को पकड़कर कोतवाली हाथरस गेट ले आई। जहां उसके खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया। घटना की जानकारी मिलते ही नगर पालिका के अन्य अधिकारी और कर्मचारियों में खलबली मच गई।कई कर्मचारियों और अधिकारियों में यह डर भी देखा गया, कि कहीं इस रिश्वत कांड में उनका नाम न जुड़ जाए। आरोपी सेनेटरी इंस्पेक्टर महेश कुमार को एंटी करप्शन की टीम कल एंटी करप्शन कोर्ट मेरठ में पेश करेगी।

