
उत्तर प्रदेश की अमेठी में भ्र्ष्टाचार और घुंसखोरी पर लगाम लगाने के लिए एसडीएम आशीष सिंह ने एक अनोखा पहल किया है।एसडीएम ने अमेठी तहसील स्थित सभी कार्यलयों के बाहर चेतावनी भरे पोस्टर लगवाए है।पोस्टर में साफ साफ लिखा है कि उत्कोच लेना और देना दोनों कानूनी अपराध हैं और इसकी शिकायत मिलने पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
दरसल पिछले कई दिनों से अमेठी एसडीएम को तहसील के अंदर रिश्वतखोरी की शिकायतें मिल रही थी।और कुछ दिन पहले तहसीलदार सूरज प्रताप को बड़े पैमाने पर रिश्वत लेने के आरोप में डीएम निशा अनन्त के आदेश पर मुख्यालय अटैच कर दिया गया था। पिछले एक साल में एंटी करप्शन टीम ने एक स्टेनो और एक लेखपाल को रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों गिरफ्तार किया था।इस वजह से एसडीएम अमेठी ने तहसील के सभी कार्यलयों के बाहर ये पोस्टर लगवाए है।
हलाकि तहसील के सभी कार्यालय में प्राइवेट करचारी तैनात है। जिन पर प्रशासन का कोई नियंत्रण नहीं है। सूत्रों के अनुसार, ये प्राइवेट कर्मचारी ही अधिकारियों के लिए बिचौलिए का काम करते हैं और सारी अवैध वसूली का नेटवर्क इन्हीं के माध्यम से संचालित होता है।
