भदोही जनपद में 9 जनवरी से शुरू हुई ‘आओ कुम्भ नहाओ’ धार्मिक यात्रा का मंगलवार को भव्य समापन हुआ। ज्ञानपुर के देवनाथपुर बाजार स्थित सुंदरवन कटेवना मंदिर की पीठाधीश्वर माँ राजलक्ष्मी मंडा ने यह 12 दिवसीय यात्रा प्रारंभ की थी। यात्रा के दौरान माँ राजलक्ष्मी मंडा ने लगभग 2000 किलोमीटर की दूरी तय करते हुए 36 जनपद और 4 राज्यों को पार किया। प्रयागराज के कुम्भ मेला परिक्षेत्र में यात्रा का समापन करने के पश्चात माँ राजलक्ष्मी मंदा वापस भदोही पहुंचीं।

भदोही जनपद सीमा में जैसे ही माँ राजलक्ष्मी मंदा का प्रवेश हुआ, पूरे क्षेत्र में श्रद्धालुओं का जनसैलाब उमड़ पड़ा। जगह-जगह उनका जोरदार स्वागत किया गया। भक्तों ने माँ के सम्मान में फूलों की वर्षा की, शंखध्वनि और मंत्रोच्चार से माहौल को आध्यात्मिक बना दिया। विभिन्न स्थानों पर श्रद्धालुओं ने पैर पखारकर उनका आशीर्वाद लिया।
माँ राजलक्ष्मी मंदा की यह यात्रा धार्मिक आस्था और परंपरा का प्रतीक बन गई। भक्तों ने इसे कुम्भ मेला की महिमा और जनमानस को आध्यात्मिक ऊर्जा से जोड़ने का माध्यम बताया। इस यात्रा ने चार राज्यों और अनेक जिलों में सनातन संस्कृति की झलक बिखेरी।
मंगलवार को जब माँ राजलक्ष्मी मंदा अपने मंदिर पहुंचीं, तो वहां भक्तों की भारी भीड़ ने उनका स्वागत किया। हर ओर श्रद्धा और भक्ति का माहौल था। मंदिर प्रांगण में माँ के चरण पखारकर लोगों ने उनका आशीर्वाद प्राप्त किया।
यह यात्रा सिर्फ एक धार्मिक आयोजन नहीं, बल्कि समाज और संस्कृति को एकजुट करने का संदेश भी थी। माँ राजलक्ष्मी मंदा की इस पहल ने लोगों के बीच आध्यात्मिक चेतना जागृत की और धर्म के प्रति उनकी आस्था को और प्रगाढ़ किया।
